भारतीय प्रश्न ज्योतिष
(Indian Horary Astrology-AS006)
प्रश्न-ज्योतिष : प्रश्न फलकथन की प्रमुख विधाओं का संक्षिप्त परिचय।
भारतीय प्रश्न-ज्योतिष : परिचय एवं साहित्य का इतिहास।
प्रश्नकुण्डली निर्माण एवं तत्सम्बन्धी समस्याएँ : प्रश्नकुण्डली निर्माण एवं उससे सम्बन्धित समस्याएँ; एक से अधिक प्रश्न और प्रश्नकुण्डली; एक से अधिक पृच्छक; स्वयं ज्योतिर्विद् का प्रश्न; जन्मकुण्डली और प्रश्नकुण्डली।
प्रमुख अवधारणाएँ एवं प्रश्न-ज्योतिष में उनके अनुप्रयोग : प्रश्न लग्न, आरूढ़ लग्न, छत्र लग्न, अष्टमंगल, स्वर, तत्कालज (शकुन), चेष्टा, भाव, दृष्टि, प्रष्टुस्पर्शनम्, त्रिस्फुटादि, मृत्युचक्र, सूत्रपंचक, जीव-मृत्यु-रोग सूत्र, सूत्रत्रय, चन्द्रक्रिया-अवस्था-वेला, जीव-धातु-मूल, होरार्क, होरेन्दु, होराराहु इत्यादि।
इक्कवाल आदि षोडश योग एवं उनका प्रश्न-ज्योतिष में अनुप्रयोग।
प्रश्नों के फलकथन के सिद्धान्त : रोग एवं उससे निवृत्ति; चोरी एवं खोई हुई वस्तु; मुकदमा, विवाद, चुनाव, खेल, युद्धादि; शिक्षा एवं प्रतियोगिता परीक्षा; आजीविका, नौकरी एवं व्यवसाय; विवाह, वैवाहिक जीवन एवं प्रेम सम्बन्ध; सन्तान, यात्रा एवं गुमशुदा व्यक्ति; वाहन, धन एवं सम्पदा इत्यादि।
मूक और मुष्टिका प्रश्न।
देवप्रश्न।
नष्टजातक।
संघट्टचक्र एवं सर्वतोद्र चक्र का सामान्य परिचय एवं उनका प्रश्न-ज्योतिष में अनुप्रयोग।